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मुंबई : भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा वाघ ने बुधवार को अलगाव केंद्र में महिलाओं के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ मंत्रालय के सामने धरना दिया। चित्रा वाघ के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को एक बयान सौंपकर राज्य में पिछले कुछ दिनों में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में वृद्धि पर गंभीरता से ध्यान देने की मांग की। इसी तरह का बयान गृह मंत्री अनिल देशमुख को दिया गया था।
श्रीमती चित्रा वाघ ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान शुरू हुए अलगाव केंद्र में महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा बहुत गंभीर हो गया है। मार्च के बाद से राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाएं सामने आई हैं। लेकिन राज्य सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं दिखती है। अलगाव केंद्रों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एसओपी की घोषणा इस सरकार के 'दिशा अधिनियम' की घोषणा के समान एक दस्तावेज बनी हुई है।
उसने मांग की कि अलगाव केंद्र में पुरुष और महिला रोगियों को अलग रखा जाना चाहिए, केंद्र के प्रमुख को स्थानीय प्रशासन को केंद्र में रोगियों के बारे में सूचित करना चाहिए, महिला अलगाव केंद्र को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए, पुलिस को पीपीई किट प्रदान की जानी चाहिए। इस समय कथन में बने हैं।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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