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सेवराई/गाजीपुर : तहसील के स्थित बाजार स्थित पेयजल टंकी परिसर में इन दिनों अतिक्रमण काफी बढ़ गया है। वहीं आसपास के दुकानदारों के द्वारा परिसर में ही कूड़ा करकट फेंका जा रहा है। जिससे पेयजल आपूर्ति में लगे कर्मचारियों को मोटर चलाने के लिए काफी जद्दोजहद एवं परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। इसके साथ ही परिसर में गंदगी का अंबार लगे होने के कारण उन्हें जंगली जीव जंतुओं के काटने का भी खतरा बना रहता है।
भदौरा रेलवे फाटक के पास स्थित पेयजल टंकी परिसर में बने सरकारी आवास में पहले कर्मचारियों के परिवार निवास करते थे। जिनके द्वारा सड़क के दूसरे तरफ स्थित मोटर पम्प को चलाया जाता था। जिससे क्षेत्र के लोगों को पेयजल आपूर्ति होती हैं। लेकिन विगत कुछ सालों से कर्मचारियों के न होने के कारण कर्मचारियों के आवास एवं पेयजल टंकी परिसर में कुछ लोगों के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है। जिसका कई बार विरोध करने पर संबंधित अतिक्रमणकारी मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। बीते दिनों नीर निर्मल योजना के तहत बोरिंग के लिए मशीन ले जाते समय बाउंड्री वाल को गिराया गया था। जिसका मरम्मत न होने के कारण कुछ ठेले वालों के द्वारा उसमें दुकान भी लगाया जा रहा है।
क्षेत्रीय लोगों के द्वारा आरोप लगाया गया कि स्थानीय दुकानदारों के द्वारा ही संबंधित अधिकारी कर्मचारियों की सह पर कर्मचारियों के आवास को अतिक्रमण कर लिया गया है। इसके साथ ही उनके द्वारा परिसर में ही कूड़ा करकट फेंका जा रहा है। जिससे गंदगी का अंबार लग गया है। लोगों ने बताया कि अगर यही स्थिति रही तो पूरा परिसर अतिक्रमण की भेंट चढ़ जाएगा। संबंधित अतिक्रमणकारियों के द्वारा जलकल टंकी परिसर में ही अपने सामान भी रखे जा रहे हैं। जिसकी सुधी लेने वाला कोई नहीं है।
इस बाबत जलनिगम के एई दिवाकर विक्रम सिंह ने बताया कर्मचारियों के अभाव के कारण एक प्राइवेट ऑपरेटर के जरिए मशीन को ऑपरेट कराया जा रहा है। अतिक्रमण की जानकारी नहीं थी मामले में जल्द से जल्द जांच कर आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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