"75वीं आजादी का अमृत महोत्सव भारत का मुसलमान" पुस्तक पीएम को समर्पित संघ प्रमुख को किया भेंट

By: Khabre Aaj Bhi
Jul 02, 2024
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कैप्टन मक़सूद ग़ाज़ीपुरी ने डॉ मोहन राव भागवत को ऐतिहासिक पुस्तक सौंपा


ग़ाज़ीपुर : एक जुलाई धामूपुर गाँव के हमीद धाम शहीद स्मारक में परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कैप्टन मकसूद ग़ाज़ीपुरी ने अपने द्वारा लिखित पुस्तक "75वीं आजादी का अमृत महोत्सव भारत का मुसलमान", प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम समर्पित पुस्तक को सरसंघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ मोहन राव भागवत को सौंपा।

एक भारत श्रेष्ठ भारत, एक भारत अखंड भारत पर आधारित पुस्तक 240 पृष्ठ का 'भारत का मुसलमान' दूर्लभ प्राचीन वस्तुओं के संग्रहकर्ता कुँअर मुहम्मद नसीम रज़ा ख़ाँ सिकरवार द्वारा स्थापित अल दीनदार शम्सी अकादमी रजि०/अल दीनदार शम्सी म्यूज़ियम एंड रिसर्च सेंटर, दिलदारनगर, ग़ाज़ीपुर द्वारा प्रकाशित किया गया है। इस ऐतिहासिक पुस्तक के संकलनकर्ता एवं लेखक वर्तमान लखनऊ तथा मूलत: ग़ाज़ीपुर जिला, ग्राम बारा निवासी 77 वर्षीय थल सेना से सेवानिवृत्त कैप्टन मकसूद ग़ाज़ीपुरी हैं। इस पुस्तक में आज़ाद हिंद फौजियों, 1965, 1971 आदि भारत-पाकिस्तान के युद्ध में क्या परिस्थितियां रहीं, भारत के मुस्लिम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीद कितने हुए हैं? देश भक्ति और बलिदान में भारतीय मुसलमानों का उल्लेख अपनी इस पुस्तक में सविस्तार वर्णन किया है। कैप्टन मक़सूद गाज़ीपुरी ने बताया कि भारत के हिंदू-मुस्लिम भाई-भाई के तहत हैं लगभग सभी के पूर्वज एवं डीएनए एक है इसलिए सभी के लिए राष्ट्र सेवा सर्वोपरि है। पुस्तक में भारतीय मुसलमानों के ऊपर पूरी तरह से विस्तार पूर्वक इनकी गाथाएं दर्शाई गई हैं। भारत में मुसलमान कहां-कहां है? और किन-किन जातियों में बटे हैं? इन मुस्लिमो की जातियां एवं उप जातियों की जड़े भारत के किन-किन राज्यों अथवा स्थान से है। भारतीय पूर्वजों से जुड़ी हुई इन सभी के उल्लेख किया है विशेष कर पिछड़े, पसमांदा मुस्लिम समाज को भारत के अन्य राज्य में अलग-अलग नाम व पहचान से सम्बोधित किए गए हैं। संक्षिप्त आंकड़े विवरण के साथ इस पुस्तक में उजागर किया गया है।

साथ ही जनपद ग़ाज़ीपुर के उन वीर जवानों, खेल खिलाड़ियों, फिल्म कलाकारों व विशिष्ट जनों आदि की वीर गाथाएं भी इस पुस्तक में दर्शाए गए हैं। इस पुस्तक का उद्देश्य जाति, धर्म, भेदभाव को भूलाकर राष्ट्र हित, राष्ट्र धर्म लोगों को अपनाना चाहिए और राष्ट्र प्रेम का बीज प्रत्येक भारतीय नागरिक को हर जगह बोना चाहिए।इस शुभ अवसर पर हज़ारों की संख्या में गणमान्य व्यक्ति, समाजसेवी, नेतागण, साहित्यकार, पत्रकार, शहीद वीर अब्दुल हमीद के परिवार जन सहित सुरक्षाबल आदि के लोग भारी तादाद में उपस्थित थे।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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