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गाजीपुर : लोगों की भागम भाग जिंदगी में ऐसी कई बीमारियां अचानक से सामने आ रही हैं जिसके बाद मरीज या फिर उनके परिवार के लोग बहुत ही क्रिटिकल कंडीशन में आ जाते हैं। और ऐसे ही बीमारी हार्ट अटैक है। हार्ट अटैक के ऐसे ही एक मरीज को 108 एंबुलेंस के द्वारा जिला अस्पताल गाजीपुर से बीएचयू वाराणसी के लिए पहुंचाया गया। जिसके बाद मरीज का इलाज शुरू हुआ और वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
108 एंबुलेंस के प्रभारी अरविंद कुमार ने बताया कि गाजीपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज स्थित जिला अस्पताल के वार्ड में ओम प्रकाश सिंह उम्र 50 वर्ष जो ग्राम डिलिया ब्लॉक कासिमाबाद का रहने वाला था। दिल का दौरा पड़ने के कारण जिला अस्पताल में एडमिट थे। और उनका दो दिनों से इलाज चल रहा था। लेकिन सोमवार को मरीज की तबीयत क्रिटिकल होने के कारण उनके परिजनों ने डॉक्टर की सलाह पर 108 एंबुलेंस के लिए कॉल किया। इसके बाद पायलट वाहिद खान और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन रामनाथ निगम तत्काल जिला अस्पताल पहुंचे जहां से वह मरीज को 108 एंबुलेंस के माध्यम से बीएचयू वाराणसी तक पहुंचाया। और उन्हें इमरजेंसी वार्ड में दाखिल कराया जहां पर उनका इलाज शुरू हुआ।
बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण कम उम्र के लोगों को भी दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल के दौरे के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और तुरंत इलाज कराना बहुत महत्वपूर्ण है और इससे किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। हार्ट अटैक को मेडिकल भाषा में, कार्डियक अरेस्ट या एनजाइना भी कहते है।यह एक इमरजेंसी कंडीशन है जो किसी भी इंसान की जान ले सकती है । अचानक से हार्ट अटैक की स्थिति तभी बनती जब ह्रदय की माँसपेशिय में खून का बहाव कम हो जाता है और हार्ट को पर्याप्त मात्रा में खून न मिलने के कारण हार्ट को नुकसान पहुँचता है और कभी ऐसे स्थिति बन जाए जिसमें हार्ट को खून की सप्लाई न मिले तो हार्ट अटैक हो सकता जिसके कारण इंसान की जान जा सकती है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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