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गाजीपुर : जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ देश दीपक पाल की अध्यक्षता में बुधवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित की गई। इस दौरान सीएमओ ने 23 नवंबर से पाँच दिसंबर तक संचालित किए गए विशेष सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान की समीक्षा की। साथ ही जनपद में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम और निक्षय पोषण योजना की जानकारी दी।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि गाजीपुर की आबादी लगभग 43.55 लाख के सापेक्ष सक्रिय क्षय रोगी खोज अभियान में लक्षित 20 प्रतिशत आबादी को कवर किया गया। इस दौरान करीब लक्षित 8.66 लाख लोगों की स्वास्थ्य टीम के द्वारा घर-घर जाकर स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान 267 टीम तैनात की गई थीं। दस दिवसीय अभियान में टीम के द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष करीब 7.81 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 2948 व्यक्तियों में टीबी के संभावित लक्षण पाये गए, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया। इसमें सिर्फ 31 व्यक्ति पॉज़िटिव पाये गए। 66 व्यक्तियों की पहचान क्लीनिकली और रेडियोलोजी द्वारा निदान किया गया। इस तरह कुल 101 टीबी रोगियों की पहचान सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान में की गई। इन सभी मरीजों का तत्काल नोटिफिकेशन करते हुये उपचार शुरू किया गया। इसके साथ ही इस वर्ष जनपद में जनवरी से अबतक 5711 लक्ष्य के सापेक्ष 4206 रोगियों (सरकार व निजी क्षेत्र) को नोटिफ़ाई किया गया। इसमें ड्रग सेंसेटिव टीबी मरीजों की संख्या 4108 और ड्रग रजिस्टेंट टीबी रोगियों की संख्या 98 है। इन सभी रोगियों का उपचार चल रहा है। इसके साथ ही उन्हें निक्षेप पोषण योजना के तहत उपचार के दौरान हर माह 500 रुपये की आर्थिक मदद भी दी जा रही है। इस वर्ष अब तक जनपद की नोटिफिकेशन को लेकर उपलब्धि 74 फीसदी है। उन्होंने बताया कि जनपद में पिछले वर्ष जनवरी से नवंबर तक कुल 4299 टीबी रोगियों को नोटिफ़ाइ किया गया था। इसमें से 3776 टीबी रोगी का उपचार पूरा हो चुका है, जिसकी उपलब्धि 88 प्रतिशत है। शेष रोगी उपचार पर हैं।
सीएमओ ने जिला क्षय रोग इकाई के कर्मचारियों को निर्देश दिया कि वह जल्द से जल्द सभी उपचाराधीन टीबी रोगियों की बैंक डीटेल को प्राप्त करे, जिससे उन्हें निक्षेप पोषण योजना का लाभ मिल सके। नोटिफिकेशन के लक्ष्य को समस्त रहते प्राप्त करें। निजी चिकित्सकों को ज्यादा से ज्यादा टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने बताया कि क्षय रोग से संबन्धित सभी प्रकार की जांच, दवाइयां सभी सरकारी चिकित्सालयों में निःशुल्क मौजूद हैं। टीबी के नए मरीज को 500 रुपये प्रति माह अच्छे पोषण के लिए सरकार द्वारा दिये जा रहे हैं। निजी चिकित्सालयों में भी जिन टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है, उन टीबी मरीजों को भी 500 रुपये सरकार द्वारा प्रदान किया जाना है। यदि कोई व्यक्ति नए क्षय रोगी की प्रथम सुचना देता है तो उसे भी सरकार द्वारा 500 रुपये प्रदान किए जाते हैं।
जिला कार्यक्रम समन्वयक (डीपीसी) डॉ मिथलेश कुमार ने बताया कि जनपद में टीबी की जांच व उपचार की सुविधाएं मौजूद हैं। इसमें टीबी यूनिट की संख्या 19, समस्त 16 ब्लॉक सीएचसी व पीएचसी में बलगम परीक्षण केंद्र (डीएमसी) की संख्या 37, सीबी नाट की सुविधा जिला क्षय रोग केंद्र (डीटीसी) एवं सीएचसी मुहम्मदाबाद और ट्रू नाट की सुविधा डीटीसी, सीएचसी जखनिया, भदौरा और सैदपुर में मौजूद है। उन्होंने बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत वर्तमान में 4734 पंजीकृत हुये हैं। इसमें से 4177 रोगियों की बैंक डीटैल प्राप्त हुईं हैं, जिसमें से 3865 (82ः) रोगियों की जानकारी वैरिफ़ाई हुई हैं। वर्तमान में 3473 टीबी रोगियों के खाते में लगभग 88.21 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ मनोज कुमार सिंह, जिला पीपीएम समन्वयक एके पाण्डेय समेत अन्य अधिकारी व स्वास्थ्यकर्मी मौजदु रहे।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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