To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
हमें उन डेढ़ संतों से नहीं सीखना चाहिए जिन्होंने अपने पिता के विचारों को खूंटी पर लटका दिया।
मुंबई : आप ट्वीट ट्वीट खेल रहे हैं, मुख्यमंत्री सारे प्रोटोकॉल तोड़कर जालना गए और भूख हड़ताल का समाधान किया.. जारांगे पाटिल ने खुद भी कहा, मराठा आरक्षण कौन दे सकता है वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे हैं. आप और शरद पवार के ग्रुप के कुछ लोग आग लगा रहे हैं, आग में तेल डाल रहे हैं और कह रहे हैं कि आगजनी करके आंदोलन भड़काओ. शिंदे साहब ने खुद वहां जाकर आपको तमाचा मारा है और दिखा दिया है कि असली नेता कैसा होता है.. अगर आप रात्रि जीवन में व्यस्त होने के कारण देर से उठे हैं, अब टीवी देखें और सुनें कि जरांगे पाटिल और ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के बारे में क्या कहा.. मराठा आरक्षण की आड़ में महाराष्ट्र को जलाना, जो सपने आप देखते थे, वे चकनाचूर हो गए हैं । विधायक की सुनवाई पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को सभी लोगों ने देखा है.. गिरे तो भी टांग ऊपर आशी स्थिति है.. जो कानूनी है वह कानून के अनुसार किया जाएगा।
ऑन जितेंद्र आव्हाड
सभी जानते हैं कि अवाड की मन:स्थिति क्या है और वे कितने हिंदू विरोधी हैं..वे अपने आप को राष्ट्रीय नेता कहते हैं और देखा गया है कि वे कलवा मुंब्रा तक ही सीमित रह गए हैं..भले ही वे 10 दिनों के लिए फिल्म दिखाएं, किसी को भी नहीं दिखाना चाहिए इसे देखने के लिए वहां जाएं..अव्हाड प्रचार के लिए कुछ भी करेंगे..जिस अव्हाड ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में हर हर महादेव फिल्म बंद कर दी, उससे और क्या उम्मीद की जा सकती है..? हिंदुत्व के कट्टर विरोधी के तौर पर अगर किसी को नंबर देना है तो अवध को नंबर देना होगा, उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है? उबाठा के लोगों का इस बारे में क्या कहना है.. हर हर महादेव बंद था और जवान शुरू.. लेकिन देखा कि जवान शरद पवार और उबाठा के पास कोई विधायक नहीं बचा है, इसलिए बाकी के नेता जीतेंद्र अवध हैं..
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers