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सेवराई : गहमर के गोपाल राम गहमरी सेवा संस्थान में शुक्रवार की रात अखंड गहमरी की पुस्तक गहमर और गोपालराम का लोकार्पण जमांनिया की पूर्व विधायक सुनीता सिंह एवं ग्राम प्रधान गहमर बलवंत सिंह बाला के द्वारा सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर पुस्तक की समीक्षा करते हुए समाजसेवी बालमिकी सिंह ने कहा कि यह पुस्तक आने वाले वक्त मेंं इतिहास लिखने का कार्य करेगी। मैंने इस किताब का गहन अध्ययन किया है, कही कुछ ऐसा नहीं मिला जिसे छूटा हुआ कहा जा सके। गहमर के इतिहास को बहुत ही सुन्दर ढ़ग से समेटने का काम इस पुस्तक ने किया है। उनकी यह पुस्तक गहमर का परिचय एक पर्यटन स्थल के रूप में कराती है।समारोह की मुख्य अतिथि जमांनिया की पूर्व विधायक श्रीमती सुनीता सिंह ने कहा कि आलोचना से डरने वाले कभी इतिहास में अपना नाम दर्ज नहीं करा सकते। लोग कहते भी उसके बारे में हैं जो कोई काम करता है। जो कुछ करेगा ही नहीं उसे लोग क्या कहेगें। अखंड गहमरी ने गहमर और गोपालराम पुस्तक लिख कर जो काम किया है, उसका फायदा आने वाली पीढ़ी को मिलेगा। वह अपने इतिहास, परम्परा, तीज-त्यौहारों को समझ सकेगी जान सकेगी।
मैं आज बहुत ही प्रसन्न हूं कि गहमर के इतिहास, सभ्यता-संस्कृति पर लिखी इस पुस्तक का लोकार्पण कर रही हूं। इस अवसर विशिष्ठ अतिथि ग्राम प्रधान गहमर बलबंत सिंह बाला ने कहा कि इस पुस्तक को लिखने वाले अखंड गहमरी ने बचपन से ही गहमर के समाजिक कामो में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। उन्होनें हमारे साथ कई आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई है। अखंड गहमरी ने इस किताब में वही लिखा है जो उन्होनें देखा है, जिसका अध्यन्न किया है। उन्होनें छोटी सी छोटी बातों का , छोटे से छोटे स्थानों का जिक्र इस पुस्तक में किया है।पुस्तक के लेखक अखंड गहमरी ने इस पुस्तक के बारे में बताया कि इस पुस्तक की परिकल्पना उन्होनें चौदह साल पहले किया था। वह चौदह सालों से गहमर के इतिहास को समेटने की कोशिश कर रहे थे, डर भी था कुछ छूट न जाये, कुछ गलत न हो जाये। लेकिन मैनें इस डर को हटाते कई तथ्यों का बारिकी से अध्यनन करने के बाद इस पुस्तक का प्रकाशन कराते हुए आप सबके सामने समीक्षा हेतु प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष मारकंडेय सिंह, गीतकार आन्नद गहमरी, पूर्व एन पी आर सी संजय सिंह, गहमर इंटर कालेज के पूर्व प्रवंधक हरे राम सिंह, लखनऊ की प्रसिद्व नृत्यांगना ज्योति किरण, प्राथमिक पाठशाला के अध्यापक संजय सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये।कार्यक्रम की शुरूआत कवि प्रदीप पुष्कल ने सरस्वती वंदना से किया।समारोह में अरूण सिंह, विनोद सिंह, ओम प्रकाश सिंह, घुलटेनी सिंह, आंन्दन मोहन सिंह, प्रशांत सिंह , उज्ज्वल सिंह, नमृता सिंह, सिमरन सिंह, सुधीर सिंह समेत क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन मिथिलेस गहमरी और अध्यक्षता पूर्व अधिशाषी अधिकारी अशोक कुमार सिंह ने किया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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