To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश में योगी के राज्य में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत 4 कैबिनेट मंत्रियों के गृह जनपद होने के बावजूद न्याय पाने के लिए एक मुस्लिम परिवार दर-दर को भटक रहा है। इलाहाबाद में 10 महीने पहले गांव का एक दबंग युवक युवती को बहला फुसलाकर उठा ले गया। 10 महीने तक अपनी मनमानी करता रहा। इतना ही नहीं उसने कोर्ट में हाजिर होकर युवती का अपने पक्ष में बयान भी दर्ज करवा दिया। वहीं युवक चंगुल से छूटकर किसी तरह पीड़िता घर पहुंची और परिजनों को आपबीती बताई। जिसके बाद से पीड़ित परिवार न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है।
मामला संगम नगरी इलाहाबाद के हंडिया थाना क्षेत्र का है। यहां के पूर्व प्रमुख मुन्ना त्रिपाठी के भतीजे राहुल मिश्रा ने गांव की एक मुस्लिम लड़की को बहला फुसलाकर कर मद्रास लेकर चला गया। लड़की के घर वालों ने दबंग युवक के खिलाफ अपनी बेटी के अपहरण का मुकदमा थाने में दर्ज करा दिया। लेकिन पुलिस आरोपी को पकड़ने के बजाय संरक्षण देने में जुट गई और पीड़ित के परिजनों को झूठा आश्वासन देती रही।
जब मामला तूल पकड़ने लगा तो पूर्व ब्लाक प्रमुख मुन्ना त्रिपाठी ने सैदाबाद चौकी इंचार्ज की मिलीभगत से लड़की को कोर्ट में पेश कर अपने पक्ष में बयान दर्ज करवा कर पुलिस ने घरवालों को बुलाकर लड़की को सौंप दिया और धमकी दी कि अगर मुंह खोला तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। पीड़िता आरोपियों की चंगुल से छूटने के पश्चात अपने परिजनों के पास पहुंचती है तो पीड़िता ने अपनी आप बीती बताई।
परिजन ने बेटी को साथ लेकर पुलिस के आलाधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। साथ ही पीड़िता के परिजनों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। पीड़िता के पिता ने कहा कि अगर आरोपियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वो परिवार सहित सामुहिक आत्महत्या करने को मजबूर होगा। उधर पुलिस ने इस मसले पर कहा कि जांच चल रही, लेकिन अभी कैमरे के सामने कुछ भी बोलने को तैयार नही, तफ्तीश के बाद जल्द ही इस मसले पर सूचना दी जाएगी।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers