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ग़ाज़ीपुर : साल 2012 में उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा आमजन के लिए शुरू की गई 102 और 108 एंबुलेंस मौजूदा समय में ग्रामीण इलाके और खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए संजीवनी बनने का काम कर रही है। जिसका उदाहरण देखने को मिला सदर ब्लाक के बिद्यापारा गांव में जब 108 एंबुलेंस गर्भवती को लेकर स्वास्थ्य केंद्र के लिए चला। लेकिन प्रसव पीड़ा बढ़ जाने की वजह से एंबुलेंस के अंदर रास्ते में ही प्रसव कराना पड़ा।
108 एंबुलेंस के ब्लॉक प्रभारी दीपक राय ने बताया कि सदर ब्लाक के बिद्यापारा गांव से 108 एंबुलेंस के लिए काल आया। जिस पर क्विक रिस्पांस करते हुए पायलट कपिलदेव सिंह और इमरजेंसी मेडिकल टेक्निकल संदीप यादव बताए गए लोकेशन पर पहुंचे। जहां पर गर्भवती मंजू पत्नी प्रदुमन को लेकर स्वास्थ्य केंद्र के लिए चले लेकिन जैसे ही एंबुलेंस कुछ दूर आगे बढ़ी वैसे ही गर्भवती की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। जिसके बाद एंबुलेंस को सड़क किनारे खड़ा किया गया और उसके बाद परिवार की महिलाओं और इमरजेंसी मेडिकल टेक्निकल संदीप यादव और पायलट कपिल देव सिंह के सहयोग से एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराया गया। जिसके पश्चात जच्चा और बच्चा को जिला महिला अस्पताल एडमिट कराया गया। जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को स्वस्थ बताया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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