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ग़ाज़ीपुर : मंकीपॉक्स को लेकर शासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ चुका है। प्रत्येक जनपद में दस बेड मंकी पॉक्स के मरीजों के लिए आरक्षित करने का आदेश भी दिया जा चुका है। इसी को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ आशीष राय की अध्यक्षता में आमजन में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से एक बैठक किया गया। जिसमें मंकीपॉक्स से कैसे बचे और उसके क्या है लक्षण इसके बारे में जानकारी दी गई।
चिकित्सा अधीक्षक डा० आशीष राय ने गुरुवार को अपने सभी स्टाफ के साथ मंकीपॉक्स को लेकर बैठक किया। जिसमें इसके जागरूकता को लेकर एक जन अभियान चलाने की बात कही गई। ताकि आमजन इसके बारे में जान सकें। इसके लिए सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर ओपीडी के लिए आने वाले सभी मरीजों एवं उनके तीमारदारों को संक्रमण एवं लक्षण के बारे में अनिवार्य रूप से बताए जाने का निर्देश दिया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि मंकी पॉक्स डीएनए वायरस है इसका इंफेक्शन 6 से 13 दिन का होता है। यह वायरस स्वसन तंत्र, न्यू केस मेमरेन एवं त्वचा के रास्ते मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है। जिसके चलते लक्षण के रूप में सिर में दर्द होना, बुखार, मांसपशियों का दर्द, लिंफ नोड में सूजन का होना मुख्य लक्षणों में है।
बीपीएम संजीव कुमार ने बताया की यह बीमारी 2 से 3 सप्ताह में ठीक भी हो जाती है। कभी-कभी इस बीमारी से जटिलता के तौर पर निमोनिया, आंख की रोशनी का जाना एवं मस्तिष्क ज्वर आदि देखा जाता है। इसके साथ ही इससे बचने के लिए घरों में साफ-सफाई कोविड-19 का पालन करते रहे। जिससे हम अपनी दिनचर्या एवं व्यवहार के प्रति सजग रहने के साथ ही साथ लक्षण दिखने पर पास के स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच एवं बचाव के साथ ही रोकथाम के बारे में जानकारी लें।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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