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ग़ाज़ीपुर :102 एंबुलेंस जो खासकर गर्भवती व बच्चों के लिए सरकार के द्वारा निशुल्क चलाई गई थी। साथ ही इस एंबुलेंस की जिम्मेदारी थी की वह गर्भवती को या बच्चों को इलाज के पश्चात उनके घर तक भी छोड़ेंगे। लेकिन इन दिनों गाजीपुर में 102 और 108 एंबुलेंस लगातार अपने कार्य में लगा हुआ है। आए दिन इन एंबुलेंस में प्रसव होने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी क्रम में सैदपुर ब्लॉक के भद्रसेन गांव की प्रसव पीड़िता के लिए 102 एंबुलेंस के लिए फोन आया। जिसके बाद पायलट और ईएमटी मौके पर पहुंचे और गर्भवती को स्वास्थ्य केंद्र के लिए चल पड़े। लेकिन रास्ते में प्रसव पीड़ा बढ़ने के कारण एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराना पड़ा।
102 और 108 एंबुलेंस के ब्लॉक प्रभारी मो0 फरीद ने बताया कि 20 जून की रात में एंबुलेंस के लिए काल आया। जिसके बाद तत्काल पायलट अमित कुमार और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन राकेश कुमार बताए गए लोकेशन पर एंबुलेंस लेकर पहुंचे। जहां पर गर्भवती ममता पत्नी प्रदीप कनौजिया को लेकर स्वास्थ्य केंद्र के लिए चलें। जैसे ही एंबुलेंस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर के लिए रवाना हुई कुछ ही दूरी पर रास्ते में ही गर्भवती महिला का प्रसव पीड़ा बढ़ने लगा तो पायलट अमित कुमार के द्वारा गाड़ी को रोक दिया गया। ईएमटी राकेश कुमार व आशा कार्यकर्ता मंजू लता के सहयोग से एंबुलेंस में भी सुरक्षित प्रसव कराया गया। इसके बाद जच्चा और बच्चा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर ले जाकर भर्ती कराया गया। जहां पर डॉक्टरों ने जच्चा और बच्चा दोनों को सुरक्षित बताया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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