चीन के विंटर ओलंपिक का हो पूर्ण बहिष्कार : बीटीएसएस

By: Khabre Aaj Bhi
Dec 07, 2021
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-प्रो. जुयाल बने पहले अध्यक्ष_

-इंडो चीन नहीं, इंडो तिब्बत सीमा ही लिखी-बोली जाये

-तिब्बती चिकित्सा पद्दति को जोड़े आयुष में

-सन 93 व 96 का भारत-चीन समझौता हो रद्द

-तिब्बतियों को मिले दोहरी नागरिकता

By : नवनीत मिश्र

संत कबीर नगर : पूरे विश्व में कोरोना फैलाकर अनगिनत लोगों की हत्या करने वाले चीन में आयोजित होने जा रहे विंटर ओलंपिक्स के पूर्ण बहिष्कार, तिब्बत बॉर्डर पर चीनी सैनिकों के सामने भारतीय सैनिकों के बिना अस्त्र-शस्त्र के रखने के चीन से सन 93 व 96 के करार को तत्काल तोड़ने, आयुष मंत्रालय द्वारा तिब्बती चिकित्सा पद्धति को आश्रय देने, देश में 'भारत-चीन सीमा' के बजाय केवल 'भारत-तिब्बत सीमा' शब्द के ही प्रयोग की स्वीकृति देने और देश में रह रहे तिब्बत वासियों को दोहरी नागरिकता दिए जाने संबंधी महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित करने के साथ ही भारत तिब्बत समन्वय संघ की प्रथम राष्ट्रीय कार्यकारिणी त्रिदिवसीय वर्चुअल बैठक सोमवार को सम्पन्न हुई। कार्यकारिणी की बैठक में केंद्रीय संरक्षक व पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने अभी तक कार्यकारी अध्यक्ष रहे व जबलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व   कुलपति प्रोफेसर प्रयाग दत्त जुयाल को तत्काल प्रभाव से से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की। तत्पश्चात राष्ट्रीय महामंत्री विजय मान ने कोर परिषद के निर्णय की घोषणा करते हुए बताया कि राष्ट्रीय मूल कार्यकारिणी में दो विभाग है और 13 प्रभाग रहे हैं। जबकि एक नया विभाग विदेश विभाग आज से प्रारंभ किया जा रहा है। श्री मान ने कहा कि देश में जनांदोलन खड़ा करने में अब यह संघ लगने जा रहा। इस ऑनलाइन बैठक में आज लगभग 200 प्रतिनिधि देश-विदेश से जुड़े। समापन सत्र में अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कार्यकर्ताओं को सारगर्भित मार्गदर्शन दिया। प्रो. जुयाल ने इस नये और सबसे अधिक महत्वपूर्ण दायित्व के लिए सब का आभार प्रकट करते हुए कहा कि निश्चय ही तिब्बत के हित के और चीन की चुनौती के मामलों में बीटीएसएस ही थिंक टैंक व टास्क फोर्स के स्वरूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होगा।राष्ट्रीय संगठन मंत्री नरेंद्र भदौरिया ने कहा कि हम 10 माह पुराने लेकिन इतने विशाल होते जा रहे संगठन के आधार पर कह सकते हैं कि बीटीएसएस ही तिब्बत मुक्ति क्रांति की अगुवाई करेगा । बैठक में पूरी दुनिया से विचार आये। अंत में झारखंड प्रांत प्रभारी एडवोकेट अभय मिश्रा ब गोरक्ष प्रांत अध्यक्ष राम कुमार सिंह के साथ घटित घटनाओं एवं राष्ट्रीय मंत्री अरविंद केशरी के पिताजी के निधन पर मौन शांति रखी गई। इसके पूर्व संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का प्रारंभ संघ के गीत अखंड भारत, सरस्वती वंदना और परम् पावन दलाई लामा की तिब्बती प्रार्थना से हुआ। राष्ट्रीय महामंत्री विजय मान प्रस्ताव प्रकिया को निर्देशित किया वहीं राष्ट्रीय संयोजक (प्रचार व आईटी प्रभार) अखिलेश पाठक व डॉ. अवनी आल का ने कार्यक्रम का सफल संचालन किया। कार्यकारणी के तृतीय दिवस की बैठक में देश-विदेश से जुड़े सैकड़ों प्रतिनिधियों के साथ संघ के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर प्रयाग दत्त जुयाल, राष्ट्रीय महामंत्री अरविंद केसरी, रामकुमार सिंह, अध्यक्ष, गोरक्ष प्रांत, शिवेन्द्र विक्रम सिंह, महामंत्री, गोरक्ष प्रांत, श्रीकांत मणि त्रिपाठी, विजय सिंह संत, अमर राय उर्फ कृष्ण चन्द्र, डॉ०आलोक कुमार दूबे, शिवाकांत ओझा, द्विजेन्द्र बहादुर सिंह, आदर्श ओझा, सत्यपाल सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह, नवनीत मिश्र, सहसंयोजक, प्रचार व आईटी प्रभाग, डॉ० हरिद्वार शुक्ल, संयोजक, शोध व विकाश प्रभाग, सतीश सिंह, हरिहर प्रसाद पाण्डेय, अलंकार कौशिक, डॉ० दिग्विजय नाथ पाण्डेय, रामजनम सिंह, संरक्षक, अरविंद विक्रम चौधरी, प्रांत संयोजक, इंद्रजीत मिश्र (पूर्व सांसद)प्रांत संरक्षक, पवन कुमार,डॉ० सोनी सिंह, डॉ० दिव्या रानी सिंह, श्रीमती अनिता जय सिंह, देवशरण सिंह, शशिमौलि पाण्डेय, विनय कुमार पाण्डेय, उमाशंकर पाण्डेय, श्री प्रवेश कुमार वरुण, शम्भू कुमार मिश्र, विनय कांत मिश्र, डॉ० दुर्गा प्रसाद सहित अनेक लोग वर्चुअल जुड़े रहे।


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Reporter - Khabre Aaj Bhi

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