ग़ाज़ीपुर अफ़ीम फैक्ट्री का जीएम १६ लाख रुपये के साथ गिरफ़्तार

By: Izhar
Jul 18, 2021
189

गाज़ीपुर :भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा की टीम ने शनिवार की सुबह उदयपुर-कोटा मार्ग पर हैंगिंग ब्रिज टोल नाके के पास कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ीपुर स्थित अफ़ीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक (आईआरएस) शंशाक यादव के पास से १६.३२ लाख रुपए बरामद किए. एसीबी टीम को जानकारी मिली थी कि उक्त राशि अफ़ीम काश्तकारों से अवैध रूप से वसूली गई है।एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील के अनुसार शशांक यादव के पास नीमच स्थित अफ़ीम फैक्ट्री का भी अतिरिक्त चार्ज है. एसीबी को सूचना मिली कि शशांक यादव नीमच में है तथा काश्तकारों से अवैध रूप से वसूल किए लगभग १५ लाख रुपए पुलिस का लोगो लगी कार से चित्तौड़गढ़ से कोटा होते हुए ग़ाज़ीपुर लेकर जा रहा है. सूत्रों से मिली सूचना के बाद शनिवार सुबह साढ़े दस बजे के करीब उदयपुर-कोटा मार्ग पर हैंगिंग ब्रिज टोल नाके के पास भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा के पुलिस निरीक्षक अजीतसिंह बगडोलिया मय टीम ने आकस्मिक चेकिंग शुरू की. इस दौरान टीम को पुलिस का लोगो लगी हुई कार आती दिखाई दे गई. कार को रुकवाया गया तो उसमे शशांक यादव के होने की पुष्टि हो गई.


कार की जांच की तो शशांक यादव के बैग में मिठाई का डिब्बा मिला. इस डिब्बे में १५ लाख रुपए मिले. वहीं लैपटॉप के बैग व पर्स से १ लाख ३२ हजार ४१० रुपए मिले. शशांक के पास कुल१६ लाख ३२ हजार ४१० रुपए मिले. शशांक, उसके पास मिली राशि का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया. एसीबी टीम ने शशांक यादव को डिटेन कर राशि को ज़ब्त कर लिया।एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील के अनुसार महाप्रबंधक शशांक यादव द्वारा नीमच में अफ़ीम फैक्ट्री में कार्यरत अन्य कर्मचारी अजीत सिंह व दीपक यादव के मार्फ़त दलालों के ज़रिए अफ़ीम की बढ़िया गाढ़ता एवं मारफ़ीन प्रतिशत ज़्यादा बता कर १०-१२ आरी का पट्टा दिलवाने के लिए साठ से अस्सी हज़ार रुपए प्रति किसान, चितौड़गढ़, प्रतापगढ़, कोटा एवं झालावाड़ के अफ़ीम किसानों से वसूले जा रहे हैं. जो काश्तकार रुपए नहीं देते, ये लोग उसकी अफ़ीम को घटिया बताकर गाढ़ता एवं मारफ़ीन प्रतिशत कम कर देते हैं. अफ़ीम लैब के अजीत सिंह एवं कोडिंग टीम के दीपक कुमार यादव ने दलालों के माध्यम से ६००० से अधिक अफ़ीम किसानों से १०-२० आरी के पट्टे दिलवाने के नाम पर ३० से ३६ करोड़ रुपए एडवांस वसूल लिए. शेष चालीस हज़ार से अधिक किसानों के अफ़ीम की जांच होनी बाक़ी है.अफ़ीम फैक्ट्री नीमच में पूरे मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के नारकोटिक्स विभाग के लाइसेंसी अफ़ीम काश्तकारों की अफ़ीम जमा की जाती है. इस फैक्ट्री में वर्तमान में इस वर्ष अफ़ीम देने वाले मध्यप्रदेश व राजस्थान के काश्तकारों की अफ़ीम के सैम्पल्स की जांच का कार्य चल रहा है. जांच के बाद ही अफ़ीम की गाढ़ता व मारफ़ीन प्रतिशत के हिसाब से काश्तकारों को भुगतान किया जाता है. गाढ़ता एवं मारफ़ीन प्रतिशत के हिसाब से ही नारकोटिक्स विभाग द्वारा अफ़ीम काश्तकारों को ६ आरी, १० आरी एवं १२ आरी के पट्टे वितरित किए जाते हैं।

—तौसीफ़ गोया


Izhar

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?