To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
रिपोर्ट : नवनीत मिश्र
संत कबीर नगर : पं० दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर द्वारा 07 जुलाई से परीक्षा की तारीख घोषित किए जाने के बाद से छात्र आक्रोशित हो गये हैं। बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए विश्वविद्यालय के छात्र परीक्षा न कराए जाने की मांग करते हुए इस सत्र में प्रमोट किए जाने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को दिग्विजय नाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अभय सिंह ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय, राज्यपाल, उत्तर प्रदेश, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश को 12 सूत्री पत्र जरिए फ़ैक्स भेज कर घोषित परीक्षा कार्यक्रम को निरस्त करते अन्य राज्यों की भांति प्रमोट करने की मांग की है।अपने पत्र में अध्यक्ष अभय सिंह ने लिखा है कि जहां वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का संक्रमण देश में लगातार बढ़ रहा है ऐसे विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा तिथि घोषित करना छात्रों हित का हनन व उनका शोषण है।
श्री सिंह ने समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा है कि अगर परीक्षा कराया जाता है तो वह -छात्र छात्राएं जो दूर-दराज से हैं या रेड जोन व हॉटस्पॉट एरिया के हैं। उनके साथ तमाम समस्याएं खड़ी हो जाएंगी।दूर दराज के बच्चों को ट्रांसपोर्ट की भी असुविधा होगी। उन्होंने यह भी लिखा है कि केवल थर्मल स्क्रीनिंग करा कर परीक्षा केंद्र में प्रवेश देना अनुचित है। क्योंकि स्क्रेनिंग से कोरोना वायरस को डिडेक्ट नही किया जा सकता।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers