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महाराष्ट्र : भारत में सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न की जगह मेजर ध्यानचंद खेल रत्न कर दिया गया है. जिस पर बीते दिनों कांग्रेस नेताओं को इस फैसले का स्वागत करने के साथ ही नरेंद्र मोदी स्टेडियम और अरुण जेटली स्टेडियम के नाम बदलने की मांग करते हुए देखा गया था ।
वहीं अब महाराष्ट्र सरकार ने पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी के नाम पर एक पुरस्कार घोषित करने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र आईटी राज्य मंत्री सतेज पाटिल का कहना है कि ‘महाराष्ट्र सरकार ने समाज की मदद करने वाले आईटी सेक्टर में सर्वोच्च संगठनों को प्रोत्साहित करने के लिए पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी के नाम पर एक पुरस्कार घोषित किया है।
सतेज पाटिल ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी देते हुए लिखा ‘महाराष्ट्र के आईटी राज्य मंत्री के रूप में यह घोषणा करते हुए मेरा दिल गर्व से भर जाता है कि MVA सरकार स्वर्गीय श्री राजीव गांधी जी के नाम पर २० अगस्त २०२१ को एक अवॉर्ड घोषित करेगी. जिसका उद्देश्य आईटी सेक्टर में सर्वोच्च संगठनों को प्रोत्साहित करना है।
सतेज पाटिल का कहना है कि यह पुरस्कार १९८४ से १९८९ तक देश के प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी के भारत में आईटी क्षेत्र को प्रोत्साहन देने में योगदान को सम्मानित करने के लिए है. सतेज पाटिल ने अपने एक और किए गए ट्वीट में कहा है कि यह पुरस्कार स्वर्गीय श्री राजीव जी को भारत में प्रौद्योगिकी क्षेत्र में उनके अग्रणी कार्य के लिए एक स्थायी श्रद्धांजलि होगी।
फिलहाल राजीव गांधी खेल रत्न की शुरुआत १९९१-९२से शुरुआत हुई थी। देश में सबसे पहला राजीव गांधी खेल रत्न शतरंज के महान खिलाड़ विश्वनाथन आनंद को दिया गया था. अभी तक कुल ४३ खिलाड़ियों को यह अवॉर्ड दिया जा चुका है। वहीं नाम बदलने को लेकर इससे पहले भी कई बार देश में राजनीतिक दल आमने सामने आए हैं. जिसमें इसी साल गुजरात के मोटेरा स्टेडियम का नाम बदल कर नरेंद्र मोदी स्टेडियम किए जाने पर काफी हंगामा देखा गया. हालांकि नरेंद्र मोदी स्टेडियम के साथ ही इसके पवेलियन के दोनों एंड भी काफी सुर्खियों में रहे थे। जिनका नाम अडानी ओर रिलायंस के नाम पर रखा गया है।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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