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By : खान अहमद जावेद
गाजीपुर : नगर की प्रतिष्ठित साहित्यिक/सांस्कृतिक/सामाजिक संस्था ख़ाक फाउंडेशन के तत्वाधान में यूसुफ़पुर बाजार स्थित मिडटाउन होटल में महान गायक मोहम्मद रफ़ी साहब ४१ वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शनिवार ३१ जुलाई २०२१ को एक शाम मोहम्मद रफ़ी के नाम कार्यक्रम का आयोजन सम्पन्न हुआ lजिसमें गाजीपुर शहर और मुहम्मदाबाद नगर के शायरों कवियों और गायकों ने महान गायक मोहम्मद रफ़ी को अपनी शायरी कविताओं और गीतों के माध्यम से श्रद्धांजलि प्रस्तुत की।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मोहम्मद रफ़ी के प्रसिद्ध भजन सुख के सब साथी से हुआ इसके बाद इरशाद जनाब ख़लीली ने रफ़ी साहब की ज़िंदगी पर जानकारी साझा की इसके बाद अफ़रोज़ अंसारी ने एक के बाद एक बस्ती बस्ती परबत परबत और छू लेने दो नाज़ुक होंठो को गाकर माहौल को रफ़ीमय कर दिया। सी ए अभिषेक अग्रवाल ने सफर में भीड़ तो होगी ग़ज़ल की शानदार प्रस्तुति दी और उनकी बेटी स्वाभि ने अपनी प्यारी आवाज से सबका मन मोह लिया गजानन पाण्डेय ने मुकेश का गीत दुनिया से जाने वाले सुनाकर रफ़ी साहब को श्रद्धांजलि दी प्रसिद्ध भोजपुरी गायक आरजू अंचल ने तुम मुझे यूं भुला ना पाओगे सुनाकर रफ़ी साहब को याद किया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरदार नरजीत सिंह ने मोहम्मद रफ़ी को भारतीय एकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि संत प्रवृत्ति के रफ़ी साहब जितने बड़े गायक थे उससे बड़े इन्सान थे कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अमन अकादमी के अरुण यादव ने बताया कि रफ़ी साहब ने ताउम्र खुले दिल ग़रीबों नादारों की मदद की है। विशिष्ट अतिथि शादाब कादरी ने कहा कि रफ़ी साहब के नाम पर भारत में फैले वैमनस्यता को दूर किया जा सकता है क्योंकि वो उनके गानों में सभी धर्मों का प्रतिनिधित्व है।
अवसर पर आयोजित मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में
वकील अरकम ने तेरी आवाज़ में है वो जादू रफ़ी
तेरे जैसा जहां में हुआ ही नहीं
बादशाह राही नाम से जब मंसूब है यारों ये महफिल
अच्छा होगा वक्त ना हम बर्बाद करें
गीत ग़ज़ल मुक्तक और छंद के ज़रिए से
क्यों न मोहम्मद रफी को राही याद करे
जनाब यूसुफपुरी ने लाऊं कहां से ढूंढ के मैं सानी ए रफ़ी
मुफलिस गरीब पर थी मेहरबानी ए रफ़ी
अपने अपने कलाम के ज़रिए रफ़ी साहब को ख़िराजे तहसीन पेश किया। इसके अलावा परचम मोहम्मदाबादी, आकिब अहकम ग़ाज़ीपुरी, अजमल यूसुफपुरी, शहादत ज़ख्मी ने भी अपनी रचनाओं से ख़ूब तालियां बटोरी। इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित श्रोताओं में अमीर हमज़ा, इज़हार अंसारी,जसविंदर सिंह बग्गा ओमजी, त्रिलोचन सिंह, गोविंद सिंह, गजानन पाण्डेय, दीपू वर्मा,डॉ रियाज़,आरज़ू अंचल,नौशाद अंसारी,अभिषेक अग्रवाल,दानिश अंसारी,मोहम्मद कैफ़ अंसारी, शाहिद, रविन्द्र,अरविन्द,वकील,फ़रहान,इसरार,गुड्डू इत्यादि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन इरशाद जनाब ख़लीली ने किया। अंत में संयोजक महमूद अंसारी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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