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गाजीपुर : आज दिनांक 13 अक्टूबर को अंर्न्तराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस मनाया जाता है । पूर्व में यह अक्टूबर माह के दूसरे बुधवार को यह दिवस मनाया जाता था। 21 दिसंबर 2009 मे संयुक्त राष्ट्र संघ महासभा 13 अक्टूबर को प्रतिवर्ष यह दिवस मनाये जाने का प्रस्ताव पारित किया गया तभी से 13 अक्टूबर को इस दिवस का दिन आपदा के लिए विशेष दिन और तारीख बन गयी। जैसा कि सूच्य है आपदा न्यूनीकरण कार्यक्रमों के अंतर्गत ही देश मे एन डी एम ए प्रदेश मे एस डी एम ए व जनपद मे डी डी एम ए कार्य करती है। आपदाओं से बचाव व उनके प्रभावों को कम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समझौतों व गृह मंत्रालय के निर्देशों के अधीन यह संस्थान लगातार कार्य करते हैं। जनपद गाजीपुर जिलाधिकारी महोदया के कुशल निर्देशन में लगातार आपदा न्यूनीकरण के कार्य किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत अपने जनपद में मुख्यमंत्री स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम, आपदा मित्र परियोजना, कृषि चौपाल, दामिनी एप डाउनलोड कार्यशाला, लेखपाल प्रशिक्षण व अन्य जनजागरुकता कार्यक्रम चला कर लगभग प्रत्येक वर्ष हर उम्र वर्ग व क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाता है। इन सभी कार्यों में सहयोग व जागरुकता स्थापित करने के लिए एन जी ओ व समाजसेवियों को भी क्रियाशील करने का काम किया गया। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण जनपद गाजीपुर ने जिलाधिकारी महोदया के कुशल निर्देशन में अपरजिलाधिकारी महोदय द्वारा पाला, ठंड , हीट वेव, यूक्रेन संकट, सूखा और फिर बाढ़ जैसी आपदाओं में जनपद में लगातार आपदा न्यूनीकरण व राहत बचाव कार्य किए । कार्यक्रम में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग उ0प्र0 लखनऊ के पंजीकृत कलाकारो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से लोगो को जाकरूक किया गया।
तहसीलदार अभिषेक सिह ने बताया कि आपदा को रोका नही जा सकता है लेकिन कुशल प्रबन्धन, व्यवहारिक प्रशिक्षण, धैर्य रखते हुए किसी भी प्रकार की आपदा के प्रभाव को न्यून करने का प्रयास सफल ही होता है। उ०प्र० सरकार एवं भारत सरकार द्वारा समय-समय पर पोस्टर एवं पम्पलेट के माध्यम से जनमानस को जागरूक किया जाता है । उसे ध्यान से पढे,सुने और उसका अनुपालन करे।
आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस मना रहे हैं तब यह कहना यथोचित होगा की जनपद में अचानक बिना मौसम आयी बाढ़ जिसका जलस्तर खतरा निशान से लगभग 1 मीटर से अधिक पहुंच गया था इस चुनौती का सामना किया गया। जनपद में आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने केवल जलस्तर व संभावित बाढ़ की सटीक जानकारी प्रदान की बल्कि सभी तरह की राहत गतिविधियों का ससमय संचालन किया गया। पूर्व में आयी बाढ़ 2021 से जहां 179 गांव प्रभावित हुए थे वहीं इस वर्ष 2022 में 186 गांव प्रभावित हुए। लगभग हर प्रभावित गांवों में राजस्व कर्मियों को आपदा मित्र के रुप में सहयोगी प्राप्त हुए और लगभग हर प्रभावित गांवों में आपदा मित्रों के माध्यम से लाइफ जैकेट व प्रशिक्षित स्वयंसेवकों की भी सुविधा उपलब्ध थी । 2019, 2021, 2022 में बाढ से कोई भी मानव क्षति नही हुआ है। 2020, 2021 में अर्न्तराष्ट्रीय महामारी कोरोना से भी जनपद गाजीपुर के समस्त अधिकारी, कर्मचारी एवं जनता ने मिलकर सामना किया मानव क्षति का न्यूनीकरण किया गया।
जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण के किये गये समस्त कार्य सभी सहयोगी विभागों के द्वारा संयुक्त प्रयास से किये जाते हैं इसलिए इस दिवस के अवसर पर आप सभी सहयोगी विभागों को जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण की तरफ से हार्दिक धन्यवाद।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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