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ग़ाज़ीपुर : उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा आम जन के लिए निशुल्क रुप से दी गई एंबुलेंस सेवा लोगों के जीवन हितकारी साबित होता दिख रहा है। जैसा कि पूर्व में कई बार डॉक्टर और इलाज के अभाव में प्रसव पीड़ा से पीड़ित गर्भवती सड़कों के किनारे या अन्न स्थानों पर बच्चों को जन्म दे दिया करती थी। लेकिन 102 और 108 एंबुलेंस की सेवा प्रदान हो जाने के बाद अब गर्भवती का प्रसव स्वास्थ्य केंद्र में या फिर प्रसव पीड़ा बढ़ने पर एंबुलेंस में कराए जाने हेतु ईएमटी को पूर्व से प्रशिक्षित किया गया है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला 23 मार्च दिन बुधवार को जब 102 एंबुलेंस के लिए मर्दानपुर ब्लॉक मनिहारी से फोन किया गया। कुछ मिनट के बाद 102 एम्बुलेंस बताए गए लोकेशन पर पहुंची। और जब स्वास्थ्य केंद्र के लिए लेकर चली लेकर रास्ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ जाने के कारण एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराना पड़ा।102 एंबुलेंस के ब्लॉक प्रभारी दीपक राय ने बताया कि मर्दानपुर ग्राम सभा से 102 एंबुलेंस के लिए काल आया और बताया गया कि शांति देवी पत्नी रामू राम निवासी मर्दानपुर जिसे प्रसव पीड़ा बढ़ गया है। इसकी जानकारी दी गई और जानकारी होते ही पायलट कन्हैया यादव और उस में तैनात ईएमटी संतोष यादव मौके के लिए रवाना हुए। करीब 15 मिनट में ही उक्त लोकेशन पर पहुंचे और जब वह गर्भवती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनिहारी के लिए लेकर चले ,लेकिन रास्ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ जाने के कारण ईएमटी संतोष यादव के द्वारा एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराना पड़ा। प्रसव पश्चात जच्चा और बच्चा को स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां पर डाक्टरों ने जच्चा और बच्चा को स्वस्थ बतलाया। एंबुलेंस के अंदर प्रसव हो जाने पर पहले तो परिवार वाले काफी भयभीत नजर आए। लेकिन जब वह स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और डॉक्टर ने जच्चा और बच्चा को देखा और बताया कि दोनों स्वस्थ हैं। तब परिजनों ने भी खुशी की लहर दौड़ी और उन लोगों ने पायलट और ईएमटी को धन्यवाद भी दिया।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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