To view this video please enable JavaScript, and consider upgrading to a web browser that supports HTML5 video
सेवराई/गाजीपुर : दिलदारनगर थाना क्षेत्र के मुख्य नहर पर स्थित तथागत हॉस्पिटल के चिकित्सक एवं प्रबंधक पर एक मरीज ने गम्भीर आरोप लगाया है। पीड़ित ने पुलिस को मामले की जानकारी देते हुये कार्यवाई की मांग की है।
निजी अस्पतालों में मरीजों को इलाज के नाम पर न सिर्फ उनका शोषण किया जा रहा है बल्कि प्रशिक्षित और झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में फंसकर मरीज अपनी जान भी जोखिम में डाल रहे हैं शासन प्रशासन के द्वारा जांच के नाम पर कागजी कार्रवाई करते हुए अपनी पीठ खुद ही थपथपा ली जाती है। जिससे निजी अस्पताल संचालकों का दिन प्रतिदिन मनोबल बढ़ता जा रहा है और उनके द्वारा एक के बाद एक घटना कार्य करने के बावजूद विभागीय अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से धड़ल्ले से अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला दिलदारनगर के मुख्य नहर पर स्थित तथागत हॉस्पिटल में देखने को मिला है। पीड़ित बलिस्टर राम ने बताया कि विगत जनवरी माह में स्वास्थ्य समस्या होने पर मैं तथागत अस्पताल में उसका ऑपरेशन कराया उस दौरान उन्होंने मुझसे 36000 रुपये लिए। जिसके बाद दिनोदिन मेरी हालत में सुधार होने के बजाए स्थिति और बिगड़ते गई। आरोप है कि पीड़ित ने जब इस संदर्भ में अस्पताल के चिकित्सक और प्रबंधक से शिकायत की तो अस्पताल के लोगो के द्वारा उन्हें जाती सूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए गाली गलौज दिया गया और मारपीट की गई। पीड़ित ने पूरे प्रकरण से उच्चाधिकारियों एवं पुलिस को अवगत कराते हुए अस्पताल संचालक और चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है। वही संदर्भ में किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने बताया कि संबंधित अस्पताल संचालक के द्वारा अभी कुछ माह पूर्व गर्भवती महिला की ऑपरेशन के बाद मौत हो गई थी। जिसको लेकर मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा अस्पताल को सीज करने के निर्देश दिए गए थे। वावजूद इसके स्थानीय विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत कर धड़ल्ले से अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। जिससे आयेदिन मरीजो की जान सांसत में पड़ी रही है। इस सम्बंध में सीएमओ ने कहा कि मामले में जांच कमेटी के द्वारा जांचकर आवश्यक कार्यवाई की जाएगी।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
0 followers
0 Subscribers