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By.जावेद बिन अली
छत्तीसगढ़ रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के मीडिया प्रमुख, मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व उपमहापौर तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने राज्य शासन द्वारा शिक्षकों के १४६८० पदों पर नियुक्ति का आदेश जारी करने की सहमति को राज्य शिक्षा विभाग का सराहनीय कदम निरूपित किया है तथा कहा है कि प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए इसे उचित पहल ही कहा जाऐगा। नियुक्ति में स्थानीय एवं क्षेत्रीय आवश्यकता को देखते हुए फैसला लेना चाहिए। आदिवासी एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वहीं के स्थानीय बेरोजगारों को ही लिया जाना चाहिए तथा इन नियुक्तियों में 50 प्रतिशत महिलाओं का चयन किया जाना चाहिए जो औसतन पुरूषों से ज्यादा सिनसियर होती हैं।
रिजवी ने आगे कहा है कि सन् २०९३ में कांग्रेस शासन द्वारा लम्बित उर्दू शिक्षकों के ४७३ पदों पर नियुक्ति के लिए सही समय एवं अवसर सरकार को प्राप्त हो गया है। उपरोक्त उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति पर विगत् साढ़े सत्रह वर्षों से किसी भी सरकार ने दिलचस्पी नहीं दिखलाई है जो उर्दू भाषा एवं अल्पसंख्यकों की उपेक्षा को दर्शाता है। यह उपयुक्त अवसर है कि जब उर्दू शिक्षकों को चयनित स्वीकृत ४७३ पदों पर नियुक्त किया जा सकता है। विगत् साढ़े सत्रह वर्षों से उर्दू शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं। अल्पसंख्यकों की मांग है कि उर्दू शिक्षकों के स्वीकृत पदों पर नियुक्ति के लिए यह मुनासिब समय है जिसका सदुपयोग सरकार को करना चाहिए। ।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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