मछली शहर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जननी शिशु सुरक्षा के नाम पर महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़ दो वक्त का खाना भी नहीं मिल पा रहा भरपेट

By: Khabre Aaj Bhi
Dec 04, 2019
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 रिपोर्ट : अफसर अली

 उत्तर प्रदेश जौनपुर के मछली शहर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जननी शिशु सुरक्षा योजना के   तहत महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़ हॉस्पिटल में महिलाओं के भोजन में बड़े   पैमाने पर हो रहा भ्रष्टाचार हॉस्पिटल की तरफ से सुबह दिए जाने वाला नाश्ता गायब दोपहर ११     बजे (भोजन- लंच) के नाम पर दो रोटी एक बड़ा चम्मच चावल दो चम्मच दाल! फिर रात्रि का (भोजन-डिनर) शाम ७ बजे दो रोटी एक चमचा चावल दो चमचा सीजनी सब्जी इसका जिम्मेदार   कौन महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ हो रहा है खिलवाड़ ,

खबरें आज भी रिपोर्टर अफसर अली मछली शहर सरकारी हॉस्पिटल का किया दौरा जब लेबर वार्ड पहुंचा और शिशु जननी महिलाओं से पूछताछ की तो पैरों तले जमीन खिसक गई महिलाओं ने बताया लंच के नाम पर ११ बजे दिन में सिर्फ दो रोटी एक चमचा चावल दो चमचा दाल वहीं रात्रि डिनर में दो रोटी एक चमचा चावल दो चमचा सब्जी मछली शहर सरकारी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को नहीं मिलता सुबह का नाश्ता ना दूध ना अंडा ना दलिया ना पोहा ब्रेड स्लाइस ना मक्खन ना सलात ना दही ना दोपहर में सब्जी ना रात में फल ना दूध जिससे महिलाओं में बहुत आक्रोश पाया जाता है जब इस सिलसिले में मछली शहर स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सक प्रभारी रमेश चंद विश्वकर्मा से बातचीत की उन्होंने इसका सारा मलबा ठेकेदार पर डाल दिया आगे कोई जवाब से इंकार कर दिया

प्रस्तुति महिलाये के सुबिधा के लिए क्या है सरकारी दिशानिर्देश 



1- गर्भवती महिलाओं हेतु नि:शुल्क भोजन व्यवस्था सभी जनपद व ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाइयों तक नि:शुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध करानी है इस संबंध में सभी जिला महिला चिकित्सालयों एवं मेडिकल कॉलेजों के स्त्री एवं प्रसूति रोग एल-3 चिकित्सा इकाइयों को भी विस्तृत निर्देश जारी कर उनके मेटरनिटी वार्ड में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के मध्य से निशुल्क भोजन की सुविधा तत्काल उपलब्ध करा दी जाए

२- निशुल्क भोजन प्रदान करने के मद में धनराशि का जिला कार्य योजना के माध्यम से जनपदों द्वारा दिए गए निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष (एल-२ व एल-३  प्रसव इकाइयों) पर हुए संस्थागत प्रसवो अनुपात में किया गया है एवं एफ. एम, आर, कोड १.१.१.२ . पर उपरोक्त धनराशि आवंटित की जा रही है। 

३ - सुबह का नाश्ता ७ :00 बजे से ८:३० के बीच में एक गिलास दूध २०० ग्राम  के साथ दो अंडे दलिया पोहा ब्रेड ४ स्लाइस व १०  ग्राम मक्खन।

४ - दोपहर का (भोजन-लंच) 1:00 से 2:00 के बीच में चार रोटी दाल मौसमी सब्जी चावल एवं सलाद दही ।

५ - रात्रि का (भोजन-डिनर) समय 7:00 से 8:30 के बीच चार रोटी मौसमी सब्जी चावल एवं मौसमी फल (सेब संतरा केला आदि) एक गिलास दूध।

६- अंतिम विकल्प के रूप में यदि किसी इकाई पर ताजे भोजन की व्यवस्था ना की जा सके तो प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गर्भवती महिला प्रसूता को दोनों समय आधे लीटर दूध की एक एक थैली फल अथवा अंडे अच्छे ब्रांड की डबल रोटी तथा  २० ग्राम पैकेज मक्खन उपलब्ध कराया जा सकता है।

७- किसी भी स्थिति में महिला के भोजन की दोनों समय सुबह शाम में अवश्य सुनिश्चित कराई जाए ।

८- जबकि (पी.एम, एस.एम. ए) दिवस पर एफ. एम. आर. कोड १.११.२ में गर्भवती महिलाओं हेतु सूक्ष्म जल-पान १०० चिकित्सा इकाइयों हेतु ( २,००० रुपया प्रति चिकित्सा इकाई (पी. एम.एस.एम. ए.दिवस की दर पर) दिया जाएगा नए नवाचार (innovation) के तहत पी.एम. एस.एम. ए. क्लीनिक पर आई हुई गर्भवती महिलाओं को दोपहर का भोजन जे. एस.एस. के॰  डाइट से दिया जाए।


९- जे,एस. एस0 के0 के डाइट अंतर्गत भोजन की सुविधा प्रदान कर रही प्रत्येक स्वास्थ्य इकाई को निम्नलिखित प्रारूप पर जे, एस,एस, के, डाइट रजिस्टर व्यवस्थित करना अनिवार्य है यह डाइट रजिस्टर भर्ती प्रसूताओं की वास्तविक संख्या व उनके द्वारा प्राप्त किए गए भोजन के आधार पर ही प्रभारी नर्स द्वारा भरा जाएगा जिसे चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रतिदिन सत्यापित किया जाना है। 


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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