राष्ट्रीय डेंगू दिवस - 16 मई "डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण, प्रत्येक व्यक्ति की है ज़िम्मेदारी"

By: Khabre Aaj Bhi
May 15, 2019
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जानकारी एवं जागरूकता ही है डेंगू से बचाव  

ग़ाज़ीपुर, 15 मई 2019- राष्ट्रीय डेंगू दिवस, डेंगू के बारे में जागरूकता प्रसारित करने और संचारण का मौसम शुरू होने से पहले देश में रोग नियंत्रण के लिए निवारक उपायों साथ ही उसकी तैयारी को तेज करने हेतु स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत प्रतिवर्ष 16 मई को मनाया जाता है। इसको लेकर जनपद गाजीपुर में राष्ट्रीय डेंगू दिवस की तैयारियां जोरों शोरों पर चल रहीं हैं।  मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, अधिशासी अभियंता जल निगम, जिला सूचना अधिकारी, जिला मनोरंजन कर अधिकारी, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, जिला कृषि अधिकारी, दूरसंचार विभाग समाज कल्याण, स्टेशन अधीक्षक गाजीपुर सिटी और समस्त स्वास्थ्य केंद्रों को पत्र जारी कर दिया है जिसमें डेंगू रोग से बचाव संबंधी उपायों और तरीकों के बारे में जागरूक करने हेतु निर्देश दिए गए हैं।   जिला मलेरिया अधिकारी डॉ॰बेदी यादव ने बताया कि राष्ट्रीय डेंगू दिवस को लेकर प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्रों पर गोष्ठी का आयोजन करना, विद्यालयों में जागरूकता रैली निकालना और बचाव के तरीकों के बारे में लोगों को बताना, साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर डेंगू से बचाव हेतु ग्राम प्रधान के सहयोग से जागरूकता अभियान भी चलाया जाना है। आशा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान “हर रविवार मच्छर पर वार” स्लोगन का प्रचार प्रसार कर जनमानस को जागरूक करना शामिल है। “डेंगू से जानकारी ही बचाव है” के सूत्र वाक्य को मानते हुए “डेंगू से बचाव हेतु क्या करें क्या ना करें” के संबंध में लोगों को जानकारी देना। इसके साथ ही 16 मई को इन सभी विभागों की एक इंटर डिपार्टमेंटल बैठक का आयोजन भी किया गया है। 

डेंगू से हड्डियों में होता है दर्द

यह रोग मच्छर के माध्यम से संचारित होता है, जिसे ‘एडीज एजिप्टी’ कहा जाता है। यह दो रूपों में होता है। इसका एक रूप क्लासिकल डेंगू बुखार होता हैं, जिसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें रोगी के जोड़ों में गंभीर दर्द होता है। इसका दूसरा रूप डेंगू हैमरेज ज्वर यानि कि रक्तस्रावी डेंगू बुखार होता हैं। यह बुखार न केवल दर्दनाक होता है बल्कि जीवन के लिए प्राणघातक भी होता है। आमतौर पर, इसके परिणामस्वरुप नाक, मसूड़ों या मूत्र में असामान्य रक्तस्राव होता है। डेंगू को रोकने का सबसे बेहतर उपाय मच्छरों के काटने और घरों के अंदर एवम् उसके आसपास मच्छरों प्रजनन के बचना है। डेंगू के लिए अभी तक कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवाएं नहीं हैं। रोगी के लिए अधिक से अधिक मात्रा में तरल पदार्थों पीना और पर्याप्त आराम करना महत्वपूर्ण है। डेंगू रोगियों की सावधानीपूर्वक नैदानिक ​​पहचान और प्रबंधन गंभीर डेंगू से मृत्यु दर को काफी कम कर सकता है।

डेंगू से बचाव व रोकथाम के तरीके

साप्ताहिक आधार पर घरेलू जल भंडारण कंटेनरों को ढंकना, खाली करना और साफ करना। जल भंडारण आउटडोर कंटेनरों में उपयुक्त कीटनाशक लागू करना। व्यक्तिगत घरेलू सुरक्षा उपायों का उपयोग करना, जैसे खिड़की के परदे, लंबी बाजू के कपड़े, रिपेलेंट, कीटनाशक से उपचारित सामग्री, कॉइल और वेपोराइज़र आदि। ये उपाय घर के काम के दिनों में और मच्छर भगाने के समय से ही काम करने के स्थान पर देखा जाना चाहिए। निरंतर वेक्टर नियंत्रण के लिए सामुदायिक भागीदारी और गतिशीलता में सुधार लाना। पानी के भंडारण कंटेनरों को ढक्कन के साथ कवर किया जाना।मच्छरों के काटने से रोकने के लिए दिन के समय में मच्छर दूर भगाने के लिए क्रीम का उपयोग किया जा सकता है।बरसात के मौसम के दौरान, सभी व्यक्ति ऐसे कपड़े पहन सकते हैं जो हाथ और पैर को कवर करते हों।मच्छरदानी या मच्छर भगाने के लिए दिन में सोते समय इस्तेमाल किया जा सकता है। मच्छरों के काटने से बचाव के लिए व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय जैसे कि विंडो स्क्रीन, कीटनाशक से उपचारित बेडनेट, कॉइल और वेपोराइज़र का उपयोग किया जा सकता है।


Khabre Aaj Bhi

Reporter - Khabre Aaj Bhi

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