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(आरोपी नासिर हुसैन अंसारी )
मुंबई: मानखुर्द पुलिस थाने के हद में करबला मैदान के ट्रेंजिस केम्प में रहने वाले केम्प करीम अब्दुल शेख उम्र 42 साल थी जिसकी हत्या रात 10:30 मिनट पर उसके रहते घर के पास में मोटरसाइकिल से आये तीन लोगों ने सीने में कई बार चाकू घोप कर घायल कर दिया जिसको अस्थानिक लोगो की मददसे राजावाड़ी दवाखाने ले गए जहाँ डॉक्टर ने मरा घोषित कर दिया । जिससे पूरे इलाके में दहशत का माहौल छा गया । मिली सूत्रों की जानकारी अनुसार करीम अब्दुल शेख उम्र42 को मारने वाले उसके ही रिस्तेदार ही था जिसका आपस कई दिनों से झगड़ा चल रहा था 15 दिन पहले ही करीम को आरोपी नासिर हुसैनअंसारी ने मारपीट किया था जिसको सिर में गंभीर चोट के कारण कई टाके लगे थे जिसका इलाज करीम कर रहा था ।उन दोनों में कई महीने से झगङा चल रहा था झगड़े का मुख्य कारण थी करीम की पत्नी असमा जिसका किसी के साथ अवैध सबंध चल रहा था। जिसकी जानकारी करीम को चल गई उसके वजह से असमा से कई महीनों से आपस मे झगड़ा चल रहा था इस लिये असमा को तलाक देना चाहता था। करीम की एक 5 वर्ष की एक बेटी भी है जिससे करीम बहुत प्यार करता था उसके बिना करीम नही रह सकता था।असमा बेटी को लेकर अपने माँ के घर लल्लूभाई कम्पाउंड में रहती थी असमा की तीन बहने थी उसमें एक का पति था आरोपी है । काल नई मुंबई के कलंबोली में किसी रिश्तेदार के यह शादी जिसमे तीन बहाने उस शादी में गई हुई थी। उसमे असमा और नसीर शादी में नही आये थे वह लोग पहले से ही करीम की हत्या की साजिस बनाये थे इस हत्या में नासिर ने और दो लोगो को शामिल किया और मौका पाकर काल रात को जिसको करीम का कत्ल करके फरार हो गये ।हत्या में सामिल करीम की पत्नी को रात को पुलिस ने हिरासत में लेलिया था और आरोपी की तलाश में मानखुर्द पुलिस थाने की के अधिकारी कर रहे है ।
इस हत्या में अहम भूमिका रही अस्थानिक पुलिस की
जिसके कारण करीम शेख की हत्या हुई कई महीनों से लगातर आस्थानिक लोगआरोपियों के खिलाफ पुलिस के उच्च अला अधिकर्यो को लिखित सिकायत होने के बाउजूद आरोपियो पर कार्यवाई नही करने के वजह से एक मासूम बेटी की बाप की हत्या होगी अगर लिखित सिकायत पर समय रहते पुलिस कार्यवाई करती तो आज एक बेटी से बाप का छाया उसके सिर से नही छिनता इस लिये इतना इस हत्या में सामिल आरोपियों के साथ मानखुर्द पुलिस के उन अधिकारी है जिसके पास लिखित सिकायत होने के बाउजूद कार्यवाई नही किये।
समय से नही पहुची पुलिस जिसके कारण नही बचाय गया शेख की जान
अब्दुल करीम शेख पर हमला हुआ तभी पुलिस मदद 100 नंबर पर पहला फोन 22:44 pm दूसरा फ़ोन 22:46pm मिनट पर इस हत्या की जानकारी दी गयी लेकिन जानकारी देने के बाद भी अस्थानिक पुलिस एक घंटे के बाद पहुची जब कि मुंबई पुलिस की नियम के तहत अगर आप को भी कोई मुसीबत में है तो आप पुलिस 100 नंबर पर मदद के लिए फ़ोन करते है तो 6 मिनट पर पुलिस को मदद आप को मिलनी चाहिए लेकिन सही समय पर पुलिस मदद नही मिलती जिसके कारण ज्यादा जाने चली जाती है ।और इस मामले में यही हुआ कि जानकारी देने के बाउजूद समय पर पुलिस नही पहुची जिसके कारण दवाखाने पहुँचने देर हुई अगर समय पर पुलिस आती तो समय पर दवाखाना ले जाया जाता तो सायद करीम की जानबचाई जा सकती थी लेकिन कहावत है कि हमेसा पुलिस से देर से अति है तो ये सही है ऐसा ही हुआ इस मामले में लोगो का है कहना ?
कहते है मुंबई पुलिस खबरी के बिना एक कदम नही चल सकती इस का एक पहलू है मुखबरी इस का नाम से जाना जाता था करीम जिसको पुलिस महकमे में लोग अच्छे से पचानते थे । पुलिस को बड़े बड़े काम की खबर देख कर पुलिस को काफी फायदा पहुचाता था। इसके चले करीम खुद एक क्राइम कि दुनिया में बड़ा बड़ा काम करता था ।
Reporter - Khabre Aaj Bhi
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