पढ़िये मा.मणी बालन भाजपा, धारावी जिला अध्यक्ष, मुंबई के बारे

By: Naval kishor
Jul 19, 2018
623

पढ़िये मा.मणी बालन 

भाजपा, धारावी जिला अध्यक्ष, मुंबई के बारे खबरे आज भी न्यूज़ के संवदाता नवल किशोर शाह ने की संवाद ।

सवाल:आप किस तरह भाजपा पार्टी से जुड़े, कैसे पार्टी में प्रवेश किया?

 जबाब:  मैं भाजपा में १९८९ से जुड़ा. मैं गांव में आता-जाता था तो मेरे रिश्तेदार मामा के लड़को के साथ जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारीणी सभा होती थी तब मैं अपने मामा के लड़कों के साथ इस सभा में जाता  रहता था. उसी तरह मैं मुंबई में भी कभी कभी आता जाता था. तो वहां बीजेपी के कार्यकारीणी सभा में अपने दोस्तों के साथ जाता रहता था. इस दौरान मुझे आरएसएस के विचार एवं भारतीय जनता पार्टी के विचार एक जैसा लगा. मुझे आरएसएस के मनोविचार भाजपा के मनोविचार एवं देश के मुक्ती विचार से प्रेरित हुआ और जब मैं मुंबई में था तो एक अवसर पार्टी से जुड़ने का मिला. मैं किशोर अवस्था में हि भाजपा से जुड़ गया. सभी कार्यकर्ताका से अच्छा सहयोग मिला. जिससे मैं भाजपा में शामिल हो गया. बाद में युवा मोर्चा में १० साल रहा फिर धारावी विधानसभा में मुख्य सचिव का पद मिला. हमने उस पद का इमानदारी और सच्ची लगन से कार्यकर्ता के रूप में काम किया. पार्टी में धारावी के लोगों को जोड़ने का काम किया फीर पार्टी ने हमारी कार्य कुशलता को देखा, सराहा और फिर हमें धारावी विधानसभा का जिला अध्यक्ष बना दिया.

सवाल:आपने भाजपा में कार्यकर्ता, मुख्य सचिव एवं जिला अध्यक्ष के पद पर रहते हुए क्या काम किया?

जबाब: मैं एक सामान्य भाजपा कार्यकर्ता और मुख्य सचिव रहते हुए धारावी में पार्टी कार्यालय स्थापित किया जिससे आम नागरिकों की समस्याओं को नजदीक से समझा, जहां तक हुआ उसका निवारण भी किया. धारावी के कार्यकर्ताओं को जोड़ा. यहां के लोगों की समस्या को दुर किया. कई मोर्चा निकाला, कई आंदोलन किए यहां के लोगों के लिए. और धारावी में जो मेट्रो रेल का प्रकल्प है उसकी निव भी मैंनेही रखी है. इसके लिए मैं एम. बैंकया नायडूजी को पत्र लिखकर इसकी मांग की थी. 

 सवाल:आपको पुर्व प्रधानमंत्री माननीय अटल बिहारी वाजपेयी से क्या ज्ञान प्राप्त हुआ?

जबाब: अटल बिहारी वाजपेयी जी का जितना भी गुणगान किया जाय वह कम है. उनसे हमें बहुत कुछ सिखने को मिला. वो हमारे आज भी आदर्श नेता है. हम उनके मार्गदर्शन से बहुत प्रेरित हुए. 

सवाल: लोगो का कहना है कि वर्तमान राज्य और केंद्र सरकार से सभी जनता त्रस्त है. आपका क्या मत है?

 जबाब:  देखिये बोलने वालों की कमी नहीं है. जिसे जो आता है बोल देता है. लोगों को बोलने की आजादी है. हम उनकी स्वतंत्रता नहीं छीन सकते. यह कायम रहना चाहिए. क्योंकि लोग बोलेंगे नहीं तो कैसे मालुम होगा की आगे क्या करना है. 

सवाल :इसमें सुधार कैसे लाया जाए? 

जबाब: लोगों ने काँग्रेस को ७० साल दिया और काँग्रेस ने ७० साल राजनीति की. इस ७० साल में उन्होंने क्या किया देश को किधर ले गए. हमारी भारतीय जनता पार्टी मोदी सरकार चार साल हो गया है. उन्होंने जो काम ७० साल में नहीं किया वो चार साल में हमसे क्या अपेक्षा रखनी चाहिए. जिस तरह हमारी सरकार आई कुछ न कुछ नया कर ही रही है और देश विकासशील होता जा रहा है. हम बढ़ रहे हैं. भारत बढ़ रहा है. भारत आज नई विकास की ओर गतिशील है. सारा विश्व हमारी प्रशंसा कर रहा है. आज विश्व में भारत का नाम पहले आता है. हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी को भी सारा विश्व सम्मान देता है. और तो और हमारे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री माननीय देवेंद्र फडनवीस जी भी कई देशों में किर्तीमान स्थापित कर रहे है. विश्व या व्यापारी भारत और महाराष्ट्र से तेजी से जुड़ने लगे हैं. कई योजनाएं प्रधानमंत्री के तरफ से बनी है. जिसका लाभ आने वाली पिढ़ी और लोगों को मिलेगा.

सवाल:वरिष्ठ नेताओं को जिस तरह आज एक तरफ किया जा रहा है उस पर आपकी क्या राय है?

जबाब: वरिष्ठ नेताओं के बारे में जो पहले सभी की भावना थी मेरी भी वही भावना है.जैसे पहले उनका जगह थी आज भी उनका वही मान सम्मान  है और हम उनके मार्गदर्शन में काम करते है। आनेवाला विधान सभा लोकसभा २०१९ में भी मोदी सरकार, फडनवीस सरकार आएगी? जिस तरह से आज सभी विपक्षी दल एक हो रहे है और अपनी अपनी प्रधानमंत्री बनाने के चक्कर में लगे हैं. इससे तो यही लगता है की आनेवाले चुनाव में दोनों चुनाव में हमारी सरकार जरूर आएगी क्योंकि देश की जनता को पुरा विश्वास है और कोई कितना भी जोर लगाए सरकार हमारी ही आएगी. 

सवाल: पार्टी में जिस तरह से गुटबाजी, अंतर कलह, आयाराम-गयाराम चल रहा है इस पर आपकी क्या राय है?

 जबाब:  किसी भी पार्टी में थोड़ा बहुत तो तु-तु-मै-मै होता रहता है. लेकिन इतना हमारी पार्टी में नहीं है. हम आपस में कितना भी नाराज हो जाए एक दूसरे को मना लेते हैं. क्योंकि हम लोग काम और विकास पर विश्वास करते है. और अंतरकलह तो है ही नहीं.रही बात आयारा-गयाराम तो पार्टी में जो लोग बाहर से आ रहे है वो पार्टी का नाम खराब कर रहे हैं. उनको एन्ट्री मिल जाती है और नाम खराब करके चले जाते हैं. और तो और उनके आने से पार्टी के पुराने कर्मठ कार्यकर्ता को जगह नहीं मिल पाती जिससे कार्यकर्ता असमंजस में पड जाते हैं. क्योंकि उन्हें भी तो एक आस रहती है कि आज नहीं तो कल हमको भी जगह मिलेगी. लेकिन अयाराम गयाराम की वजह से कार्यकर्ता ऐसे ही रह जाते हैं. हां लेकिन हमारे हाईकमान हमारे उपर से विश्वास नहीं उठने देते है और कहीं न कहीं उन्हें जगह मिल ही जाती है.

आने वाले चुनाव में युती होगी या नहीं?

यह तों हमारे प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री के उपर निर्भर है. वह जैसे करेंगे हम उनके मार्गदर्शन से कार्य करते रहेंगे.

जहां तक मेरा मत है की युती न हो जिससे पार्टी के अंतर वर्षों से काम कर रहे कार्यकर्ताओं को भी चुनाव लड़ने का मौका मिल जाना चाहिए. क्योंकि एक तो जब तक सत्ता रहती है तब तक बाहर के लोग साथ देते हैं. और जब सत्ता चली जाती है तो वो लोग भी चले जाते हैं. हाथ साफ करके फिर पुराने कार्यकर्ता ही अंत तक साथ रहते हैं.

 सवाल: क्या आपको इस चुनाव में पार्टी चुनाव लड़ने के लिए टिकट देगी?

जबाब: जी हां मुझे पुरा विश्वास है कि पार्टी मुझे ही टीकट देगी. क्योंकि हम इमानदारी और निष्ठा से काम करते है. यह पार्टी को बी विश्वास है. अगर इस बार टिकट हमको नहीं मिलता है तो हम राजनीति से सन्यास ले लेंगे और आम नागरीकों ़की तरह रहेंगे.


Naval kishor

Reporter - Khabre Aaj Bhi

Who will win IPL 2023 ?